UP Gaushala Yojana 2025”, “Natural Farming Yojana”, “गौशाला योजना आवेदन कैसे करें

UP Natural Farming और आदर्श गौशाला योजना के तहत SHG किसान अब पा सकते हैं ₹30/गाय और ₹16000 महीना। जानिए पूरी आवेदन प्रक्रिया।

उत्तर प्रदेश सरकार ने खेती को स्वावलंबी बनाने और गायों के संरक्षण के लिए एक बेहद शानदार योजना शुरू की है – “आदर्श गौशाला योजना”। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ना और महिलाओं के स्व-सहायता समूह (SHG) को आर्थिक रूप से मजबूत करना। अगर आप भी गांव में रहते हैं और कुछ कमाई करना चाहते हैं, तो यह स्कीम आपके लिए एक सुनहरा मौका है। आइए जानते हैं, इस योजना का लाभ कैसे उठाएं और आवेदन कैसे करें।

यूपी गौशाला योजना 2025 के लिए आवेदन कैसे करें?

अगर आप किसी महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़े हैं और आपके पास कुछ ज़मीन है, तो यह योजना आपके लिए खुली है। SHG समूहों को एक साथ मिलकर आदर्श गौशाला शुरू करनी होगी। इस योजना के तहत एक ही SHG को 10 गायें रखने की इजाजत है। हर गाय पर सरकार ₹30 प्रति दिन यानी करीब ₹900 महीने देगी। पूरे महीने की सहायता सीधे बैंक खाते में आएगी।

> उदाहरण: अगर SHG समूह के पास 10 गायें हैं, तो उन्हें हर महीने ₹9000 मिलेंगे, और साल भर में ₹1.08 लाख की आय।



यह स्कीम इसलिए शुरू की गई है ताकि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा मिले और साथ ही गायों के गोबर और गोमूत्र से जैविक खाद बनाई जा सके। खेती भी सुधरेगी और कमाई भी बढ़ेगी।

पात्रता क्या है? कौन आवेदन कर सकता है?

1. सिर्फ महिलाएं जो SHG (स्व-सहायता समूह) का हिस्सा हों


2. SHG में कम से कम 5 सदस्य हों


3. गौशाला के लिए ज़मीन हो (खरीदी या किराये पर ली गई)


4. प्राकृतिक खेती करने की इच्छुक हों



इस योजना के तहत एक SHG को 1 एकड़ ज़मीन पर गौशाला शुरू करने की मंजूरी मिलती है।

इस योजना में कितना फायदा होगा?

इस योजना में आपको सिर्फ गोबर से खाद बनानी है, गोमूत्र से जीवामृत, और खेती करनी है। इसके बदले सरकार आपको हर गाय पर ₹30 रोज़ाना देगी।

विवरण राशि

एक गाय पर रोजाना मदद ₹30
10 गायों पर हर महीने ₹9000
सालाना सहायता राशि ₹1.08 लाख
खाद/जीवामृत की बिक्री ₹3000–₹5000/महीना


इसके अलावा जैविक खेती से आपकी फसल की लागत घटेगी और बाजार में जैविक उत्पाद का दाम भी ज़्यादा मिलेगा।

योजना से क्या बदलाव आएगा?

योजना का उद्देश्य सिर्फ गाय पालना नहीं, बल्कि एक स्वावलंबी जैविक कृषि मॉडल तैयार करना है। SHG समूह महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ अपने गांव की मिट्टी और पर्यावरण को भी बेहतर बना रहे हैं।

इस योजना का एक और फायदा यह है कि इससे आवारा गायों की समस्या भी काफी हद तक सुलझेगी। क्योंकि हर SHG 10 गायों को अपने संरक्षण में लेकर उनकी देखभाल करेगी।

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आवेदन कैसे करें?

1. अपने ग्राम पंचायत या विकास खंड कार्यालय जाएं


2. SHG के दस्तावेज़ और सदस्य सूची जमा करें


3. ज़मीन के कागज और बैंक अकाउंट की डिटेल दें


4. ट्रेंनिंग के लिए जिला कृषि कार्यालय संपर्क करें

अगर आप ग्रामीण महिला हैं और SHG में सक्रिय रूप से जुड़ी हुई हैं, तो यह योजना आपके लिए income + respect दोनों कमा सकती है। हर महीने ₹9000 से ऊपर कमाना कोई सपना नहीं है, बस ज़रूरत है थोड़ी मेहनत और सही जानकारी की। Natural farming और गायों की देखभाल के ज़रिए, आप न सिर्फ खुद को बल्कि पूरे गांव को आत्मनिर्भर बना सकती हैं।

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